कठिन है रास्ता राह कटीली,
तब भी तुमको चलना है |
किए जो वादे तुमने ख़ुद से ,
उसको आज निभाना है |
कही निकट है मंजिल तेरी ,
अब तो दौड़ लगाना है |
गिर पड़े तो उठ के भागो,
सबसे आगे जाना है |
कर के विश्वास ख़ुद पर अब ,
हर एक कदम बढ़ाना है |
मंजिल चाहे दूर हो कितनी ,
हर हालत में पाना है |
Tuesday, August 25, 2009
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ReplyDeletegood insipiration
ReplyDeletewe need it this time
thank for inspiring..